Updated on: 26 July, 2023 06:03 PM IST | Mumbai
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Asia Cup 2023 Hybrid Model Rejected पाकिस्तान की ओर से प्रस्तावित हाइब्रिड मॉडल का श्रीलंका बांग्लादेश और अफगानिस्तान ने भी समर्थन करने से इंकार कर दिया है। अब पाकिस्तान के पास दो ऑप्शन हैं या दूसरे देश में खेले या कप से बाहर हो जाए।
Asia Cup
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। एशिया कप में पाकिस्तान की ओर से प्रस्तावित हाइब्रिड मॉडल का श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के समर्थन न करने के बाद अब पाकिस्तान के पास कोई ऑप्शन नहीं बचा है। मेजबान पाकिस्तान सितंबर में होने वाले एशिया कप से बाहर हो सकता है।
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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के प्रमुख नजम सेठी द्वारा प्रत्सावित हाइब्रिड मॉडल के अनुसार पाकिस्तान को एशिया कप के 3 से 4 मैच का आयोजन अपने देश में करना था जबकि बाकी भारत से जुड़े मैचों का आयोजन किसी अन्य देश (न्यूट्रल स्थान) में किया जाना था।
हाइब्रिड मॉडल हुआ रिजेक्ट-
सुरक्षा के मुद्दे को लेकर भारत द्वारा पाकिस्तान की यात्रा करने से इंकार के बाद पाकिस्तान ने हाइब्रिड मॉडल का विचार पेश किया था, लेकिन अब श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान ने भी कप को पाकिस्तान से बाहर आयोजित करने के बीसीसीआई के दबाव का समर्थन किया है।
जल्द होगी एसीसी की बैठक-
अब अगले महीने या इस महीने के अंत में केवल औपचारिकता के तौर पर एशियाई क्रिकेट परिषद के कार्यकारी बोर्ड सदस्य वर्चुअली या पूरी तरह से एक बैठक बुलाएंगे। पीसीबी अब इस बात को जानता है कि श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान एशिया कप के लिए उनके हाइब्रिड मॉडल प्रस्ताव का समर्थन नहीं कर रहे हैं।
मेजबानी न मिलने पर क्या होगा पीसीबी का रुख-
जानकारी के अनुसार सेठी पहले ही क्रिकेट मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों और संबंधित सरकारी अधिकारियों संपर्क में हैं कि अगर पाकिस्तान को घर में एशिया कप के किसी भी मैच की मेजबानी नहीं मिलती है तो पीसीबी का रुख क्या होगा।
रद्द हो सकता है एशिया कप-
सेठी ने बार-बार एक बात को कहा कि अगर कप का आयोजन पाकिस्तान के अलावा किसी और देश में हुआ तो टीम टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं बनेगी। पाकिस्तान के पास अब सिर्फ दो ऑप्शन है टूर्नामेंट को किसी दूसरे देश में खेले या हिस्सा न बने। इस बीच इस साल एशिया कप के पूरी तरह से रद्द होने की संभावना भी है।
वित्तीय रूप से असंभव हाइव्रिड माडल-
ऐसे में भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान विश्व कप से पहले 50 ओवर फॉर्मेट में एक सीरीज भी खेल सकते हैं। इसके अलावा वित्तीय रूप से भी हाइब्रिड मॉडल से कप का आयोजन संभव नहीं है। पाकिस्तान और भारत के मैच के बिना ब्रॉडकास्टर को इतनी राशि की पेशकश करना भी संभावना नहीं है। श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के फैसले का इन बोर्डों के बीच संबंधों पर क्या प्रभाव पड़ता है, यह देखा जाना बाकी है।
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